हालात इंसान को सब कुछ सिखा देता है। रायगंज की मूर्तिकार अर्पिता देवी भी उन्हीं में से एक है। रायगंज शहर के देशबंधुपारा के मूर्तिकार गणेश पाल के गंभीर रूप से अस्वस्थ हो जाने के बाद 2015 में अपने पति से ही प्रतिमा बनाने का काम अर्पिता देवी ने सीखा था। पति के मौत के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी अर्पिता देवी के सर पर आ गई थी। बच्चों को लेकर संसार चलाना भी मुश्किल हो गया था। लेकिन अर्पिता ने हार नहीं मानी ।अपने पति से उन्होंने मूर्ति बनाने का जो काम सिखा था उसी को अपने जिंदगी का आधार बनाया और मूर्ति बनाने के काम में जुट गई। आज अर्पिता हर देवी देवता की मूर्तियां बनाती है। छोटी हो या बड़ी उनकी बनाई मूर्ति लोगों को काफी आकर्षित करती हैं। अर्पिता को दुर्गा पूजा को लेकर काफी उम्मीद है। भले ही पिछले साल दुर्गा पूजा का आयोजन नहीं के बराबर था, लेकिन अर्पिता को उम्मीद है कि इस बार उनका काम अच्छा चलेगा। अर्पिता ने अभी से ही मां दुर्गा की प्रतिमा बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। महिला मूर्तिकार के रूप में अर्पिता को लोग काफी सम्मान करते हैं।