Two sisters are making the idol of Maa Saraswati.
Two sisters are making the idol of Maa Saraswati.

बालूरघाट के उर्मी और सूर्मी पाल दो बहने अपने पढ़ाई के साथ ही साथ मां सरस्वती की प्रतिमा बनाकर इन दिनों खबरों की सुर्खियों में है।सरस्वती पूजा को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो गई है।महामारी के कारण स्कूल कॉलेज बंद है। पिछले 2 सालों से स्कूल कॉलेजों में सरस्वती पूजा का भव्य आयोजन नहीं हुआ है। इस बार भी स्कूल कॉलेज बंद है। लेकिन विद्यार्थी अपने घरों में ऑनलाइन क्लास कर रहे हैं और यही वजह है कि इस बार भी घरों में ही मां सरस्वती की पूजा होगी। मां सरस्वती को अब अंतिम रूप देने की तैयारी में मूर्तिकार जुठ गए हैं।बालूरघाट के मूर्तिकार उत्तम पाल की दो बेटियां भी इस बार अपने पिता को मूर्ति बनाने में सहयोग कर रही है। स्कूल बंद होने के वजह से उर्मी और सुरमी पाल मां सरस्वती की मूर्ति बनाने में व्यस्त हैं। पिता से ही दोनों बहनों ने मूर्ति बनाना सिखा था। बचपन से ही माता-पिता को मूर्ति बनाते देख दोनों बहनों ने भी मूर्ति बनाना सीख लिया था। पढ़ाई के साथ ही साथ दोनों बहने इन दिनों मां सरस्वती की मूर्ति बनाकर सबको अपनी और आकर्षित कर रही हैं। दोनों बहनों ने इस संबंध में क्या कहा यह सुन लेते हैं।

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