पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को लगे करारे झटके के बाद देश की तमाम विरोधी पार्टियां 2024 लोकसभा चुनाव पर अपनी नजर गाड़े हुए हैं। भाजपा के खिलाफ महागठबंधन की तैयारी में पूरे देश में कोशिशों का दौर जारी है। ममता बनर्जी के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बाजीगर के रूप में चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं। पिछले 7 सालों में नरेंद्र मोदी से लेकर ममता बनर्जी को चुनाव जीता कर सत्ता में बैठाने वाले प्रशांत किशोर की अब दृष्टि एकमात्र 2024 के लोकसभा चुनाव पर टिकी हैं। प्रशांत किशोर बहुत सुलझे हुए चुनावी रणनीतिकार हैं और उन्हें यह पता है कि देश में महागठबंधन की राजनीति कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी के बिना संभव नहीं है। और यही वजह है कि उन्होंने कांग्रेस से अपनी नजदीकियां बढ़ा ली है। भले ही प्रशांत किशोर ने अभी तक कांग्रेस और उनके संबंधों को जग जाहिर नहीं किया है। लेकिन सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी के साथ उनकी बैठक हो चुकी है। किस प्रकार कांग्रेस के संगठन को मजबूत करना है और किस प्रकार राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस की वापसी करनी है, इस पर प्रशांत किशोर ने काम शुरू कर दिया है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात जैसे राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर को किसी प्रकार का सर दर्द नहीं है। इस समय प्रशांत किशोर की नजर सिर्फ और सिर्फ 2024 के लोकसभा चुनाव पर टिकी हुई है। राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक प्रशांत किशोर को कांग्रेस पार्टी में लेने के लिए उच्चस्तर पर तत्परता शुरू हो गई है। #Vandanapandey #NEWSNOW