पिछले 1 साल से फ्लोरा सान्याल हॉस्पिटल में ही जिंदगी गुजार रही है ।घर के लोग अब उसे अपनाने को तैयार नहीं है। यही वजह है कि फ्लोरा सन्यास अब अपने पैरों पर खड़ा होकर स्वाबलंबी बनना चाहती हैं और समाज के लिए कुछ करना चाहती है। अस्पताल प्रबंधन ने भी कई बार फ्लोरा सान्याल की दिदि से संपर्क किया लेकिन उनकी दीदी भी उन्हें अपनाने को तैयार नहीं है। 45 वर्षीय फ्लोरा सान्याल की दो बहन भी है। पिता और माता की मौत हो गई है। फ्लोरा की एक बहन मुंबई में और एक बहन आसनसोल में रहती है। पिछले लोक डाउन के दौरान मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार होने की वजह से इलाके के लोग ही फ्लोरा की सेवा किया करते थे और बाद में उसे अस्पताल में भर्ती किया गया। अब फ्लोरा बिल्कुल स्वस्थ है ।लेकिन परिवार के लोग उसे घर ले जाने को तैयार नहीं है। अस्पताल प्रबंधन ने महकमा शासक और अदालत से गुहार लगाया है कि फ्लोरा सान्याल को उसके घर भेजा जाए। फ्लोरा सान्याल को हर वक्त अपने घर वालों के आने का इंतजार रहता है। अब तो फ्लोरा अस्पताल के रोगियों की सेवा भी करती है। अब वह महिला वार्ड में सेविका की भूमिका में देखी जाती है। फ्लोरा सान्याल के पड़ोसियों ने कहा कि माता पिता की मौत के बाद से ही फ्लोरा अकेली रहती थी और हम पड़ोसी ही उसको उनको हर प्रकार से मदद करते थे। अस्पताल के सुपर धीमान मंडल ने बताया कि हम लोगों ने फ्लोरा की दीदी के साथ कई बार संपर्क किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा है ।अब तो उनकी दीदी ने फोन उठाना भी बंद कर दिया है।