कोरोना महामारी के वजह से पिछले डेढ़ साल से भी ज्यादा हो गए स्कूल कॉलेज सब बंद है। बच्चे स्कूल जा नहीं पा रहे हैं और इसके वजह से बच्चों की पढ़ाई भी काफी नुकसान हो रहि है। भले ही सरकार ने क्लास रूम के बदले वैकल्पिक ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था करवाई है। लेकिन गरीब बच्चों के के लिए ऑनलाइन क्लास करना नामुमकिन है ।क्योंकि गरीब अभिभावकों के पास इतने पैसे नहीं है कि अपने बच्चों को स्मार्टफोन खरीदवा कर दे।यही वजह है कि गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए रायगंज शहर के प्राथमिक स्कूल के कुछ शिक्षक व शिक्षिकाओं ने आगे बढ़कर बच्चों को पढ़ाने का एक अनोखा प्रयास शुरू किया है।शांतिनिकेतन के भारती प्रकृति के बीच में छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाने का काम शुरू किया गया है। अनोखे इस प्रोजेक्ट का नाम पेड़ तले पाठशाला दिया गया है।गरीब मां बाप के बच्चे जो ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं, उनके लिए समाज के कुछ शिक्षक व शिक्षिकाओं ने पेड़ तले पाठशाला लगाकर छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ा रहे हैं ।ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित रह सके। बच्चे भी प्रकृति के बीच पढ़ने में काफी दिलचस्पी ले रहे हैं। अगर इसी तरह हर जगह बच्चों के लिए सोचा जाए तो निश्चित रूप से बच्चों की पढ़ाई को नुकसान नहीं होगा।