उत्तर बंगाल के चाय बागानों में ममता बनर्जी की सरकार ने काफी योजनाओं को लागू किया था। बावजूद इसके विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा। विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार काफी संख्या में जीत के आए हैं। सत्ता में तीसरी बार आने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने अब चाय बागान में अपने संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया है। पंचायत चुनाव से पहले ममता बनर्जी के आदेश पर चाय बागान में तृणमूल कांग्रेस अपना संगठन मजबूत करना चाहता है। चाय श्रमिक संगठन इन दिनों श्रमिकों के घर घर जाकर राज्य सरकार की योजनाओं से वाकिफ करवा रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि भाजपा ने चुनाव से पहले चाय बागान के श्रमिकों को बड़ा बड़ा सपना दिखाकर गुमराह किया है। ममता बनर्जी ने चाय बागान के श्रमिकों के लिए कई योजना शुरू किया है। लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने इसको सही ढंग से चाय श्रमिकों तक पहुंचाया नहीं। नागाकांटा में चाय बगानों को लेकर तृणमूल श्रमिक संगठन ने एक बैठक किया है। इस बैठक में तृणमूल कांग्रेस ब्लॉक सचिव और चाय बागान नेता आजाद अंसारी ने कहा है कि हमसे काफी कुछ भूल हुई थी और हम उसे सुधारना चाहते हैं और श्रमिकों के हित में काम करना चाहते हैं। राज्य सरकार ही सिर्फ चाय बागान और चाय श्रमिकों का भला कर सकती है